कंडो से होलिका दहन, गुलाल और फूल से सुखी होली.. (Holika Dahan from Kanda, Dry Holi with Gulal and Phool ...)
नईदुनिया की पहल 'आओ जलाएं कंडों की होली' से प्रेरित होकर गाँव और शहरो में लोगो ने होलिका दहन के लिए कंडो से होलिका दहन का संकल्प लिया हैं l लोग पर्यावरण के लिए जागरूक है और पर्यावरण के अच्छे के लिए जब भी कोई उन्हें ऐसी राह दिखता है वे उसे अपनाते है और अच्छे नागरिक होने का कर्तव्य निभाते हैं l इस तरह की पहल से कई पेड़ो को बचाया या संरक्षित किया जा रहा हैं। कंडो से होलिका दहन करना वास्तव में एक बहुत ही अच्छी और अनूठी पहल हैं । साथ ही हम होली खेलने के लिए रंगों का प्रयोग न करके गुलाल और फूलो से सुखी होली खेल कर पानी के अपव्यय को बचा सकते हैं एवम रंगों से होने वाले विभिन्न तरह के त्वचा रोगों से भी सुरक्षित रह सकते हैं। कंडो से होलिका दहन , गुलाल और फूल से सुखी होली खेलकर हम प्रकति, अपने आप को, और आने वाली पीढ़ी को सुरक्षित रख सकते हैं।
The initiative of Naidunia Inspired by 'Aao jalaen kandon ki Holi', people in villages and cities have pledged to do Holika Dahan from Kanda for Holika Dahan. People are aware about the environment and good for the environment. Whenever they see such a path, they adopt it and do the duty of being good citizens. Many trees are being saved or protected by such initiatives. Holika Dahan from Kanda is indeed a very good and unique initiative. Also, we can save water wastage by playing dry Holi with Gulal and flowers by not using colors to play Holi and can also be safe from various skin diseases caused by colors. By playing Holika Dahan from Kanda, dry Holi with Gulal and Phool, we can protect nature, ourselves, and the coming generation.
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