साहित्य में लेखन चोरी पर रोक लगना जरुरी (It is necessary to stop piracy writing in literature)
महान लेखकों, कवियों और वक्ताओं के उच्च शब्दों को अपने द्वारा कहे व लिखे गए लेख या रचना बताने के लिए लोग साहित्य की चोरी करने लगे हैं जो कदापि उचित नहीं हैं। कभी कभी तो साहित्य में इस कदर चोरी की जाती है की मूल रचनाकार की ही पूरी रचना होती हैं और इस मूल रचना की चोरी करने वाला सिर्फ मूल रचनाकार का नाम विलोपित कर अपना नाम लिख देता हैं और उसे प्रकाशित होने के लिए भेज देता हैं, जो की दंडनीय हैं। जब से साहित्य ऑनलाइन उपलब्ध होने लगा हैं तब से ही साहित्य की चोरी में कई गुना इजाफा भी हुआ हैं। मात्र दो मिनट में साहित्य चोरी करने वाले लोग अच्छे लेखकों की रचनाओं को सर्च करके कॉपी पेस्ट करके अपने नाम से प्रेषित करने लगे हैं। इस तरह से हो रही साहित्य की चोरी पर विराम लगाना अत्यंत आवश्यक हैं। महान रचनाकार(कवि, लेखक) किसी भी रचना को रचने के लिए कई दिनों अथवा महीनों तक उस रचना को रचने की धुंध में डूबे रहते हैं तब जा कर कही उनकी रचना पूर्ण होती हैं। यह उनके लिए उनकी बेसकीमती अमानत होती हैं और उनकी इस अमानत की चोरी हो जाए तो उन पर क्या गुजरती होगी इसका हम अंदाजा भी नहीं लगा सकते हैं। हां यह जरुरी हैं की हम अच्छे लेखकों की रचनाओं को पढ़े और उनसे सीखे एवं हम भी उन्हीं की तरह अच्छा लिखे किन्तु अपने स्वयं के शब्दों, वाक्यों और विचारों के साथ।
People have started stealing literature in order to tell the high words of great writers, poets and speakers, articles or works written and written by them which are never right. Sometimes it is so stolen in literature that the original creator is the complete creation and the stealer of this original creation only deletes the name of the original creator and writes his name and sends it to be published, Which are punishable. Ever since literature has become available online, the theft of literature has also increased manifold. In just two minutes, plagiarists have started searching the works of good writers and copying them and sending them in their names. It is very important to stop the plagiarism happening in this way. The great creator (poet, writer) is immersed in the mist of creating that work for several days or months to create any work, then go and complete his work. This is their undeserved security for them, and if this theft is stolen, we cannot even guess what will happen to them. Yes, it is necessary that we read and learn from the works of good writers and we write like them well but with our own words, sentences and thoughts.
Good
ReplyDeleteThank You... 💐🙏
Deleteyes
ReplyDelete