धरा पर मुस्कुराएं वृक्ष तो हो अमृत वर्षा (Trees start smiling on the earth, there will definitely be nectar rain)
पर्यावरण और पृथ्वी का एक दूसरे से घनिष्ट सम्बन्ध है। इन दोनों के संबंधों को जड़ से जोड़े रखने में पेड़ महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे है। किन्तु मानवीय हस्तक्षेप के कारण जंगलों का नाश होने से पर्यावरण और पृथ्वी के बीच संतुलन डगमगया है जिससे की कई तरह की आपदाओं ने जन्म लिया है। इसमें सबसे प्रमुख जल संकट है। पेड़ों के वाष्पीकरण के कारण अधिक पेड़ों वाले स्थानों से गुजरने वाले बादल भारी हो जाते है और वही बरस जाते है। किन्तु यदि पेड़ों की कमी होती है तो वहां बादल तो बनकर उड़ते है परन्तु बरसते नहीं और आगे निकल जाते है। वृक्षों का महत्व सिर्फ बारिश करवाना ही नहीं है बल्कि यह तो जल संरक्षण का कार्य भी करते है। पेड़ जमीन के अंदर के पानी को खींचकर रखते है। इन सब के बावजूद हम नासमझ बने हुए है और यही वजह है की वर्तमान में पेड़ों की अंधाधुंध कटाई से बारिश की समस्या उत्पन्न हो गई है एवं तमाम जगहों पर अवगतना देखने को मिल रही है। सूखे की वजह से फसलें नष्ट हो रही है, नदी, तालाब, नहरे, कुँए, यहां तक की पेयजल तक का संकट उत्पन्न हो गया है। यदि हमें जल संकट से बचना है तो सब को मिलकर पेड़ बचाने और लगाने होंगे। धरा पर जब वृक्ष मुस्कुराने लगेंगे तो निश्चित ही बादलों से अमृत वर्षा होंगी।
The environment and the Earth have a close relationship with each other.
Trees are playing an important role in keeping these two ties at the root. But the destruction of forests due to human intervention has shaken the balance between environment and earth, which has led to many disasters.
It is the most prominent water crisis.
Due to evaporation of trees, clouds passing through places with more trees become heavier and rain down.
But if there is a shortage of trees, then there are clouds that fly but do not rain and go ahead.
The importance of trees is not just to get rain, but they also do water conservation work.
Trees drag water inside the ground.
In spite of all this, we remain unwise and this is the reason that presently indiscriminate cutting of trees has created the problem of rain.
Due to the drought, crops are being destroyed, river, pond, canal, well, even drinking water has become a crisis.
If we want to avoid water crisis, then everyone has to save and plant trees.
When trees start smiling on the earth, there will definitely be nectar rain from the clouds.
well written
ReplyDeleteThank u so much....
Deleteagree
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