बच्चों को सिखाएं पत्र लेखन

 


             वर्तमान समय में बच्चें हिंदी और हस्त लेखन से दूर हो रहें है. इसलिए हमें हिंदी के विशेष महत्व को उनके मन में जगाना होगा एवं उन्हें लैपटॉप, कंप्यूटर और मोबाइल पर टंकण (टाइपिंग) की जगह पेन से कागज पर लिखने के लिए प्रेरित करना होगा. क्योंकि हस्त लिखित पत्र अपने आप में विशेष होता है. इसमें लिखने वाला हर कोई ज्यादा भावनात्मक और रचनात्मक तरीके से लिख सकता है. इसके अतिरिक्त पत्र लेखन एक अच्छी आदत है. पत्र लेखन में बच्चें अपनी बातों और अनुभवों को लिखकर अपने परिजनों के साथ साझा कर सकते है. बच्चों में जब यह अच्छी आदत विकसित होगी तो वह अपनी डायरी भी लिखना शुरू कर  सकेंगे. जिसमें वह अपने दोस्तों, परिजनों, कक्षा के सहपाठियों के बारे में और घर एवं विद्यालय के रोचक किस्से, समाचार पत्रों में छपी उपयोगी बातें इत्यादि लिखकर अपने बचपन को सदा के लिए यादगार व विशेष बना सकते है. इसलिए अभिभावकों को अपने बच्चों को इसके लिए प्रेरित करना चाहिए और उनमें पत्र लेखन की आदत विकसित करनी चाहिए।




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