दीपावली - शैलेन्द्र सिंह चौहान, इंदौर, मप्र
दीपावली रोशनी का त्यौहार हैं, यह भारत के सबसे बड़े त्यौहारों में से एक है. यह त्यौहार अंधकार पर प्रकाश की विजय के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है. दीपावली का सामाजिक और धार्मिक दोनों प्रकार से बहुत ही महत्त्व है. इसे दीपोत्सव भी कहा जाता हैं. दीपावली स्वच्छता व प्रकाश का पर्व है.
दीपावली का पर्व कार्तिक मास की अमावस्या को मानाया जाता है. पाँच दिन लंबा चलने वाला यह पर्व धनतेरस से शुरू होता है, उसके बाद छोटी दीपावली/ नरक चौदस, फिर दीपावली, पड़वा/ अन्नकूट/ गोवर्धन पूजा, और फिर आता है भाई दूज का त्यौहार.
इस दिन ऐसा माना जाता है कि अयोध्या के राजा राम अपने चौदह वर्ष के वनवास को पूरा करके वापस लौटे थे. अयोध्या के वासियों ने अपने प्रिय राजा के आगमन से खुश होकर स्वागत में घी के दीपक जलाए.
भारतीयों का ऐसा विश्वास है कि सत्य की हमेशा जीत होती है झूठ का सर्वदा नाश होता है. दीवाली भी हमें यही सिखाती है- असतो मा सद्गमय, तमसो मा ज्योतिर्गमय.
-----------------------------------------------------
वेबसाइट My Articles (sudarshansarticles.blogspot.com) अपने यूजर्स की रचनात्मकताओं को जन-जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से निरंतर कार्य कर रहा है. My Articles अपने यूजर्स को खुला मंच प्रदान कर रहा है. जिसमें यूजर्स अपनी रचनाएं व्हाट्सप्प नं. 96856-94262 पर मेसेज में टाइप कर अपने नाम, पते, एवं फोटो के साथ प्रेषित कर सकेंगे. जिन्हें उपयुक्त पाए जाने पर वेबसाइट पर प्रकाशित किया जाएगा.
रचनाएं स्वयं की ही होनी चाहिए. असत्य एवं किसी अन्य की रचना स्वीकार्य नहीं है. यदि कोई ऐसा करता है तो इसकी जिम्मेदारी स्वयं प्रेषक की होगी.
धन्यवाद मित्र.......
ReplyDeleteआभार... 💐🙏
DeleteVery Nice...
ReplyDelete