विलुप्त हो सकती है शार्क की कई प्रजातियां
अंतरराष्ट्रीय संघ (आईयूसीएन) के आंकलन के अनुसार शार्क की कई प्रजातियों पर लुप्त होने का खतरा मंडरा रहा है। आईयूसीएन के शार्क स्पेशलिस्ट ग्रुप से जुड़े लोगों का कहना है कि इसका मुख्य कारण जरूरत से ज्यादा शार्क और मछली पकड़ना है। राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इन प्रजातियों को बड़े पैमाने पर पकड़ा जा रहा है जिसका मतलब है कि वैश्विक स्तर पर कदम उठाने की जरूरत है। संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन ने करीब एक दशक पहले शार्क को होने वाले खतरों से आगाह किया था। वर्तमान में शार्क को पकड़कर उनके मांस, दांत और जिगर का व्यापार किया जाने लगा है. शार्क की हैमरहैड जैसी प्रजातियों खास तौर पर शिकार बनती हैं क्योंकि उनके फिन काफी उच्च गुणवत्ता के होते हैं। अनुमान है की शार्क के फिन कई देशों में बड़ी मात्रा में ख़रीदे जाते है.
-सुदर्शन सोलंकी, विज्ञान लेखक व ब्लॉगर
आदमी क्या क्या खा जाएगा
ReplyDeleteपता नहीं मेम... लगता है प्रकृति का पूरा नाश ही करके रहेगा मानव..
Deleteis trh nhi hona chahiye
ReplyDeleteyes
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