मकर संक्रांति - कृष्णा जोशी

 



आई आई मकर संक्रांति आई ।
तिल गुड़ खाएं खूब दे बधाई।।

आओ मिलकर पतंग उड़ाएं ।
नभ से ऊंची सोच बनाएं ।।

एक दूजे की बढ़ाएं शान ।
 कभी ना रहे कोई परेशान।।

मन में मिठास बढ़ती जाएं ।
मिलकर मकर संक्रांति मनाएं ।।

दान, पुण्य, सूर्य नमन करें ।
जन जन का तम सूर्य हरें ।।

तिल गुड़ खाओ मीठा बोल,
पृथ्वी हमारी गोल गोल।।

पतंग हम सभी कीउड़ती जाए ।
शिखर सफलता का छू जाएँ ।।

*डाॅ कृष्णा जोशी*
*इन्दौर मध्यप्रदेश*

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